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गज़ल

क्या गजब का दौर गजब की नीतियाँ चल रहीं है, छ्लें जा रहें युवा ऐसी रीतियाँ चल रहीं है, कोई भूल कर भी रोजी रोजगार की चर्चा न करना राजा...

Saturday 31 December 2016

नया साल

नया साल नयी उमंग
नई   नई    सोच
ले कर आगे बढ़े

Happy New Year
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Monday 5 September 2016

गुरु पद

गुरु पद प्रणाम सादर
सादर शीश नवाऊँ
बिन गुरु ज्ञान नहिं
आप छोड़ी कहाँ जाऊं
यह संसार सागर माया
पर आप ही से पाऊं
सादर शीश नवाऊँ
ज्यों ही महिमा आपकी
मुझ ऊपर पड़ी जाए
साँच कहूँ मैं
जीवन सफल होइ जाए
गुरु पद प्रणाम सादर
सादर शीश नवाऊँ

5 सिप्तम्बर 2016
शिक्षक दिवस पर
मेरी एक कविता

                             राजू मौर्य
                             नई बाजार
                         गोरखपुर  ऊ. प्र.

Tuesday 26 July 2016

मिशाईलमैन

कौन कहा था
उन्हें जाने को
करो प्रार्थना
ईश्वर अल्लाह से
उन्हें एक बार
और आने को
कौन कहा था
उन्हें जाने को,
अभी बाकी थे
कुछ    सपने
और दिखाने को
अँधेरे  मन   में
दिप जलाने को
कौन कहा था
उन्हें जाने को,
करो  प्रार्थना
ईश्वर अल्लाह से
उन्हें एक बार
और आने को
ऊँचे  ऊँचे
सपने दिखने को
करो   प्यार
किताबो   से
पाठ पढ़ाने को
मरते दम तक
फर्ज निभाने को ,
कौन कहा था
उन्हें जाने को
दुनिया  को
मिशाल देकर
मिशाईलमैन होकर
चलें गये चलें गये
कहीँ दूर सफर पे
चलें    गये ...

डा. कलाम को कोटि कोटि
श्रद्धा सुमन अर्पित
मेरी एक कविता
        
                                 राजू मौर्य
                                नई बाजार
                              गोरखपुर ऊ.प्र.

Tuesday 19 July 2016

तुम तोड़ दो

तुम तोड़ दो
वो सारे रिकॉर्ड
जो अभी तक जिन्दा है
जिसे देख हम सभी शर्मिंदा है
तुम तोड़ दो
और
तुम जोड़ दो
एक नया इतिहास
जो उपलब्धि हो खास
जिसकी कभी न थी आस
एक नया इतिहास
तुम जोड़ दो
और
तुम बढ़ा दो
देश का मान सम्मान
पुरे विश्व् में
स्वर्ण पदको की संख्या
पदक तालिका में
तुम बढ़ा दो
और
तुम भूल जाओ
कि तुम साधारण हो
तुम नए हो
तुम पुराने हो
अनुभव की कमी है
ये सब बातें
तुम भूल जाओ
सिर्फ तुम याद रखो
कि तुम एक योद्धा हो
तुम्ही विजेता हो
हर पदक तुम्हारा है
यही सब बातें
तुम याद रखो
और
इस बार तुम दिखा दो
भारत बदल रहा है
आगे बढ़ रहा है
हर तरफ हर क्षेत्र में
उन्नति कर रहा है

भारतीय प्रतिभागियों को समर्पित
रियो ओलंपिक 2016 के लिये
मेरी एक कविता

                                    राजू मौर्य

Friday 15 July 2016

ऐ काले बादलों

बादल उठ रहें है
बरसने के लिए
किसान खड़े है
इंतजार में
भीगने के लिए
सही - सही बताओ
ऐ बादलों
तुम बरसाने वाले हो
कि तरसाने वाले
तुम्हारे न बरसने से तो
फसलें सुखी जा रहीं है
वट मानव पशू पक्षी सब
प्यासे मरे जा रहें है
आखीर तुम्हारी मंसा क्या है
सही - सही बताओ
ऐ काले  बादलों
जन - जन की  आँखों से
आँसू बरसाने वाले
ऐ बादलों
सही - सही बताओ
तुम बरसाने वाले हो
की तरसाने वाले

Sunday 3 July 2016

विचार

छोटे मन से कभी कोई बड़ा नहीं होता
टूटे मन से कभी कोई खड़ा नहीं होता
                           
                                             अटल जी

Thursday 16 June 2016

सच्ची बात

यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने उपर दुसरो द्वारा किये गये एहसानो की सूची बनाये तो सबके पास एक लम्बी सूची होगी।

                                                  राजू मौर्य

Wednesday 15 June 2016

योग करो आज ही से

योग करो आज ही से
रोज करो
किसी शुभ दिन का इन्तजार
इंतजार ही रह जायेगा
समय गुजर जायेगा
स्वाथ्य बिगड़ जायेगा
योग करो आज ही से
रोज करो
मोदी ने किया
योगी ने किया
किया पूरा देश विदेश
हम और तुम करने से
क्यों करे परहेज
योग करो आज ही से
रोज करो
योग करने से
रोग मुक्त हो जायेगा
तन और मन
घर परिवार में
बढ़ने लगेगा अन धन
योग करो आज ही से
रोज करो