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गज़ल

क्या गजब का दौर गजब की नीतियाँ चल रहीं है, छ्लें जा रहें युवा ऐसी रीतियाँ चल रहीं है, कोई भूल कर भी रोजी रोजगार की चर्चा न करना राजा...

Tuesday 26 July 2016

मिशाईलमैन

कौन कहा था
उन्हें जाने को
करो प्रार्थना
ईश्वर अल्लाह से
उन्हें एक बार
और आने को
कौन कहा था
उन्हें जाने को,
अभी बाकी थे
कुछ    सपने
और दिखाने को
अँधेरे  मन   में
दिप जलाने को
कौन कहा था
उन्हें जाने को,
करो  प्रार्थना
ईश्वर अल्लाह से
उन्हें एक बार
और आने को
ऊँचे  ऊँचे
सपने दिखने को
करो   प्यार
किताबो   से
पाठ पढ़ाने को
मरते दम तक
फर्ज निभाने को ,
कौन कहा था
उन्हें जाने को
दुनिया  को
मिशाल देकर
मिशाईलमैन होकर
चलें गये चलें गये
कहीँ दूर सफर पे
चलें    गये ...

डा. कलाम को कोटि कोटि
श्रद्धा सुमन अर्पित
मेरी एक कविता
        
                                 राजू मौर्य
                                नई बाजार
                              गोरखपुर ऊ.प्र.

Tuesday 19 July 2016

तुम तोड़ दो

तुम तोड़ दो
वो सारे रिकॉर्ड
जो अभी तक जिन्दा है
जिसे देख हम सभी शर्मिंदा है
तुम तोड़ दो
और
तुम जोड़ दो
एक नया इतिहास
जो उपलब्धि हो खास
जिसकी कभी न थी आस
एक नया इतिहास
तुम जोड़ दो
और
तुम बढ़ा दो
देश का मान सम्मान
पुरे विश्व् में
स्वर्ण पदको की संख्या
पदक तालिका में
तुम बढ़ा दो
और
तुम भूल जाओ
कि तुम साधारण हो
तुम नए हो
तुम पुराने हो
अनुभव की कमी है
ये सब बातें
तुम भूल जाओ
सिर्फ तुम याद रखो
कि तुम एक योद्धा हो
तुम्ही विजेता हो
हर पदक तुम्हारा है
यही सब बातें
तुम याद रखो
और
इस बार तुम दिखा दो
भारत बदल रहा है
आगे बढ़ रहा है
हर तरफ हर क्षेत्र में
उन्नति कर रहा है

भारतीय प्रतिभागियों को समर्पित
रियो ओलंपिक 2016 के लिये
मेरी एक कविता

                                    राजू मौर्य

Friday 15 July 2016

ऐ काले बादलों

बादल उठ रहें है
बरसने के लिए
किसान खड़े है
इंतजार में
भीगने के लिए
सही - सही बताओ
ऐ बादलों
तुम बरसाने वाले हो
कि तरसाने वाले
तुम्हारे न बरसने से तो
फसलें सुखी जा रहीं है
वट मानव पशू पक्षी सब
प्यासे मरे जा रहें है
आखीर तुम्हारी मंसा क्या है
सही - सही बताओ
ऐ काले  बादलों
जन - जन की  आँखों से
आँसू बरसाने वाले
ऐ बादलों
सही - सही बताओ
तुम बरसाने वाले हो
की तरसाने वाले

Sunday 3 July 2016

विचार

छोटे मन से कभी कोई बड़ा नहीं होता
टूटे मन से कभी कोई खड़ा नहीं होता
                           
                                             अटल जी