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गज़ल

क्या गजब का दौर गजब की नीतियाँ चल रहीं है, छ्लें जा रहें युवा ऐसी रीतियाँ चल रहीं है, कोई भूल कर भी रोजी रोजगार की चर्चा न करना राजा...

Tuesday 26 July 2016

मिशाईलमैन

कौन कहा था
उन्हें जाने को
करो प्रार्थना
ईश्वर अल्लाह से
उन्हें एक बार
और आने को
कौन कहा था
उन्हें जाने को,
अभी बाकी थे
कुछ    सपने
और दिखाने को
अँधेरे  मन   में
दिप जलाने को
कौन कहा था
उन्हें जाने को,
करो  प्रार्थना
ईश्वर अल्लाह से
उन्हें एक बार
और आने को
ऊँचे  ऊँचे
सपने दिखने को
करो   प्यार
किताबो   से
पाठ पढ़ाने को
मरते दम तक
फर्ज निभाने को ,
कौन कहा था
उन्हें जाने को
दुनिया  को
मिशाल देकर
मिशाईलमैन होकर
चलें गये चलें गये
कहीँ दूर सफर पे
चलें    गये ...

डा. कलाम को कोटि कोटि
श्रद्धा सुमन अर्पित
मेरी एक कविता
        
                                 राजू मौर्य
                                नई बाजार
                              गोरखपुर ऊ.प्र.

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