poem ideas
क्या गजब का दौर गजब की नीतियाँ चल रहीं है, छ्लें जा रहें युवा ऐसी रीतियाँ चल रहीं है, कोई भूल कर भी रोजी रोजगार की चर्चा न करना राजा...
यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने उपर दुसरो द्वारा किये गये एहसानो की सूची बनाये तो सबके पास एक लम्बी सूची होगी।
राजू मौर्य
No comments:
Post a Comment